1.लेज़र बम सुदर्शन
भारत ने पहले लेज़र बम का निर्माण कर लिया है।इसका नाम सुदर्शन रखा गया था।इस बम का वजन 450 किलो का हैं।यह बम जिस भी जगह गिरता है तो वहां विनाश हो जाता है।सबसे पहले यह बम लेज़र के सहारे दुश्मन के ठिकाने की पहचान करता है।और इसकी सूचना लेज़र डिस्कनेटर में सेव कर लेता है।जेसे ही दुश्मन के ठिकानो पर लेज़र लाइट पड़ती है और इसकी सुचना हथियार नियंत्रण को मिलती है।और वहां से सुदर्शन निकलता है और पांच सेकेंड में दुश्मन को तबाह कर देता है।
2.सी एल 20
यह दुनिया सबसे गैर परमाणु शक्तिशाली विस्फोटक है।जब इस बम का उपयोग किया जाता है तो उस क्षेत्र का एक तिनका भी नही बचता है।सबसे पहले इसे अमेरिका के वैज्ञानिकों ने खोजा था।अब इसे भारत के डी आर डी ओ ने निर्मित कर लिया है।
3.के 4 मिशाइल
इसे परमाणु पनडुब्बी अरिअन्त से दागा जा सकता है।यह 17 टन की भारत में बनी मिशाइल है।यह भारत में परमाणु बम हमला होने पर 3500 किलोमीटर की दुरी तक वार कर सकती है।इस मिशाइल का नेवी स्थापित होने के पश्चात् भारत दुनिया का पांचवा मिशाइल दागने वाला देश बन गया है।अभी तक यह मिशाइल रूस जापान फ्रांस अमेरिका और अब भारत के पास है।इसकी लम्बाई 12 मीटर और चौड़ाई 1 मीटर है।यह मिशाइल अपने साथ 2000 किलो का वजन लेकर जा सकती है।इससे ठोस ईंधन से चलाया जाता है।यह तीन स्टेज में उड़ान भरती है।यह एक सुपर्सोनिक मिशाइल है।
भारत ने पहले लेज़र बम का निर्माण कर लिया है।इसका नाम सुदर्शन रखा गया था।इस बम का वजन 450 किलो का हैं।यह बम जिस भी जगह गिरता है तो वहां विनाश हो जाता है।सबसे पहले यह बम लेज़र के सहारे दुश्मन के ठिकाने की पहचान करता है।और इसकी सूचना लेज़र डिस्कनेटर में सेव कर लेता है।जेसे ही दुश्मन के ठिकानो पर लेज़र लाइट पड़ती है और इसकी सुचना हथियार नियंत्रण को मिलती है।और वहां से सुदर्शन निकलता है और पांच सेकेंड में दुश्मन को तबाह कर देता है।
2.सी एल 20
यह दुनिया सबसे गैर परमाणु शक्तिशाली विस्फोटक है।जब इस बम का उपयोग किया जाता है तो उस क्षेत्र का एक तिनका भी नही बचता है।सबसे पहले इसे अमेरिका के वैज्ञानिकों ने खोजा था।अब इसे भारत के डी आर डी ओ ने निर्मित कर लिया है।
3.के 4 मिशाइल
इसे परमाणु पनडुब्बी अरिअन्त से दागा जा सकता है।यह 17 टन की भारत में बनी मिशाइल है।यह भारत में परमाणु बम हमला होने पर 3500 किलोमीटर की दुरी तक वार कर सकती है।इस मिशाइल का नेवी स्थापित होने के पश्चात् भारत दुनिया का पांचवा मिशाइल दागने वाला देश बन गया है।अभी तक यह मिशाइल रूस जापान फ्रांस अमेरिका और अब भारत के पास है।इसकी लम्बाई 12 मीटर और चौड़ाई 1 मीटर है।यह मिशाइल अपने साथ 2000 किलो का वजन लेकर जा सकती है।इससे ठोस ईंधन से चलाया जाता है।यह तीन स्टेज में उड़ान भरती है।यह एक सुपर्सोनिक मिशाइल है।
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